BIG NEWS: फायरिंग मामले में नीमच पुलिस को मिली सफलता, एसपी अंकित जायसवाल की टीम का बड़ा एक्शन, राजस्थान के नामी तस्कर के करीबी को धरदबोचा, यहां दबिश के बाद पकड़ाया घनश्याम, मामला कैरी गांव ने हुए गोलीकांड का, पढ़े खबर 

मामला कैरी गांव ने हुए गोलीकांड का, पढ़े खबर 

BIG NEWS: फायरिंग मामले में नीमच पुलिस को मिली सफलता, एसपी अंकित जायसवाल की टीम का बड़ा एक्शन, राजस्थान के नामी तस्कर के करीबी को धरदबोचा, यहां दबिश के बाद पकड़ाया घनश्याम, मामला कैरी गांव ने हुए गोलीकांड का, पढ़े खबर 

नीमच। जिले के जीरन थाना क्षेत्र के कैरी गांव में बीते दिनों हुए फायरिंग कांड के मामले में एसपी अंकित जायसवाल द्वारा गठित पुलिस की स्पेशल टीम बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने गोलीकांड से जुड़े एक आरोपी को सूचना मिलते के बाद तत्काल एक्शन लेते हुए घेरकर पकड़ लिया। इस सफलता के बाद टीम फायरिंग के मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश भी कर रही है। 

बताया जा रहा है कि, घटना के बाद एसपी अंकित जायसवाल ने मामले में जीरन और साइबर सेल सहित अन्य थानों से पुलिस टीम का गठन करने के बाद गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए, और इसी टीम ने सफलता हासिल करते हुए शनिवार की शाम घनश्याम मीणा को धरदबोचा। 

जानकारों की माने तो टीम को घनश्याम मीणा के एमपी राजस्थान बॉर्डर पर मौजूद सज्जनपुरा गांव में होने की खबर मिली, जिसके बाद पुलिस टीम तत्काल एक्शन में आई, और घेराबंदी कर आरोपी घनश्याम मीणा को पकड़ लिया। पुलिस की घेराबंदी में पकड़ाए गया आरोपी घनश्याम मीणा राजस्थान के नामी तस्कर सुनील मीणा का भाई है, और कैरी गांव में हुए गोलीकांड में सुनील मीणा के अन्य गुर्गों के साथ इसका भाई घनश्याम मीणा भी शामिल था। 

बताते है कि, घनश्याम मीणा अवैध मादक पदार्थों की तस्करी सहित कई मामलों में एमपी राजस्थान की पुलिस ने छुपता फिर रहा था, और इसके खिलाफ कई थानों में प्रकरण भी दर्ज है, इसी के चलते पुलिस द्वारा लंबे समय से इसकी तलाश भी की जा रही है। ऐसे में घनश्याम मीणा का नीमच पुलिस की गिरफ्त में आना खाकी के लिए बड़ी सफलता भी माना जा रहा है।अब पुलिस द्वारा घनश्याम मीणा की गिरफ्तारी के मामले में संभवतः जल्द ही खुलासा किया जा सकता है। 

गौरतलब है कि, बीते दिनों राजस्थान के कैरी गांव में स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने दशरथ सिंह के घर का दरवाजा पहले कार से तोड़ था, और फिर घर के बाहर और अंदर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, शुरुवात से ही इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने के पीछे राजस्थान के नामी तस्कर सुनील मीणा का नाम सामने आ रहा था, और उसी ने अपने भाई घनश्याम मीणा सहित अपने अन्य गुर्गों के साथ मिलकर गांव कैरी में दशरथ सिंह के घर पर हमला किया था।