BIG NEWS : कपास की आड़ में डोडाचूरा तस्करी मामला, राजस्थान पुलिस की पिपलियामंडी में दबिश, इन गोदामों की घंटों तक चैकिंग, अब तक सात आरोपी गिरफ्तार, नाहरगढ़ क्षेत्र से भी जुड़े स्मगलिंग के तार, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर
कपास की आड़ में डोडाचूरा तस्करी मामला
पिपलियामंडी। भीलवाड़ा जिले के आसींद थाना क्षेत्र में 21 क्विंटल से अधिक डोडाचूरा जब्ती मामले में गंगापुर पुलिस शनिवार दोपहर पिपलियामंडी पहुंची। जहां सप्लायर आरोपी रविंद्र सैनी उर्फ रवि माली से जुड़े ठिकानों पर गहन तलाशी अभियान चलाया गया। पुलिस ने यहां स्थित तीन गोदामों को करीब चार घंटे तक खंगाला, इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल डेटा व संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े कुछ तथ्यों की पड़ताल की गई। पुलिस काले व सफेद रंग की बिना नंबर की स्कार्पियो से पहुंची थी, जिससे साफ है कि टीम विशेष गोपनीयता के साथ कार्रवाई कर रही थी। सूत्रों के अनुसार, मामले में नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के हाथी बोलिया गांव निवासी गोपाल डांगी की संलिप्तता भी सामने आई है। इसके अलावा रूपारेल गांव के एक और व्यक्ति का नाम सामने आने से नेटवर्क और बड़ा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

पुलिस इन सभी की गतिविधियों, कॉल रिकॉर्ड और संपर्क सूत्रों की गहन जांच कर रही है। 24 नवंबर 2025 की सुबह आसींद थाना पुलिस ने नेशनल हाईवे 158 पर सवाई भोज पेट्रोल पंप के पास एक बड़ी नाकाबंदी कार्यवाही की। भीलवाड़ा की ओर से आ रहे एक संदिग्ध ट्रक को रोका गया। ड्राइवर और उसके दो साथी माल से संबंधित सवालों का संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए। इस पर ट्रक को सर्विस रोड पर लाकर विधिवत तलाशी ली गई। ऊपरी परत में कॉटन सीड्स (कपास काकड़ा) के कट्टे भरे हुए थे, लेकिन इनके नीचे बेहद सुनियोजित तरीके से 103 कट्टे डोडा-चूरा छिपा रखा था। पुलिस जब्त किए गए माल का वजन करने पर यह मात्रा 21 क्विंटल 29.620 किलोग्राम निकली, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार कीमत लगभग 3 करोड़ 20 लाख रुपए आंकी गई है। यह खेप मध्यप्रदेश से राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में पहुंचाई जा रही थी। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी सामने आया कि तस्कर अलग-अलग मार्गों व लोकेशन बदलकर ड्रग्स का परिवहन करते थे, ताकि पुलिस की पकड़ से बचा जा सके।

घटना स्थल से पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनकी पहचान देवेंद्र दांडी, पिता मोहनलाल दांडी, निवासी बाड़मेर, पारस, पिता चीना राम, निवासी बाड़मेर क्षेत्र, बशीर, पिता हमजा खान, निवासी बाड़मेर के रुप में हुई। ये तीनों ट्रक में सवार थे और ड्रग्स की खेप को मध्यप्रदेश से निकालकर मारवाड़ क्षेत्र तक पहुंचाने का काम कर रहे थे। एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले की जांच गंगापुर पुलिस को सौंपी गई। इसके बाद गंगापुर थाना पुलिस ने मामले की गहराई में जाकर चार और लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें सुनील, निवासी जोधपुर तस्करों की टीम में शामिल होकर ट्रक की एस्कॉर्ट करने का कार्य किया। वहीं दूसरा आरोपी जेठूदास, निवासी बालोतरा है जिसकी भूमिका एस्कॉर्ट टीम का सदस्य के रुप में हुई इसने रास्ते में सुरक्षित मार्ग देने में सहायता की। वहीं तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी रविंद्र सैनी उर्फ रवि माली, निवासी पिपलिया मंडी, जिला मंदसौर (म.प्र.) के रुप में हुई। रविन्द्र की भूमिका मुख्य सप्लायर के रुप में थी, जिसने ट्रक में डोडा-चूरा भरवाया था। इसके तीन गोदामों की तलाशी में कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले है।

वहीं चौथा आरोपी गोपाल डांगी, निवासी हाथी बोलिया, थाना नाहरगढ़, जिला मंदसौर (म.प्र.) है, इसकी भूमिका है कि यह सप्लाई चेन का सक्रिय सदस्य था। तस्करी नेटवर्क का प्रमुख लिंक इससे जुड़ा हुआ है। जानकार सूत्रो के अनुसार रूपारेल निवासी एक और व्यक्ति पर भी शक सामने आया है। जांच में सामने आया है कि रूपारेल गांव का एक व्यक्ति इस नेटवर्क से लगातार जुड़ा हुआ था। उसकी भूमिका स्पष्ट होने पर गिरफ्तारी की संभावना है। पुलिस उसके संपर्कों, बैंक ट्रांजेक्शनों और यात्रा विवरण की जांच कर रही है। जांच अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। मध्य प्रदेश, राजस्थान सीमा का उपयोग कर तस्करी करने की रणनीति अपनाई जाती थी। गिरोह के पास कई ट्रक, फर्जी बिल व कई राज्यों के संपर्क सूत्र पाए जाने की बात भी सामने आ रही है। गंगापुर थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय के नेतृत्व में आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। कॉल डिटेल रिकॉर्ड और डिजिटल फुटप्रिंट खंगाले जा रहे हैं।

पुलिस इस केस को बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा बता रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों की संभावना से इनकार नहीं कर रही। मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर सभी आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। थाना प्रभारी लीलाधर मालवीय ने मीडिया को चर्चा में बताया कि कपास के कट्टों के बीच डोडाचूरा आसींद पुलिस ने पकड़े थे। मध्यप्रदेश के बदनावर से कपास के 485 कट्टे भरे थे। उसके बाद पौने तीन सौ कट्टे पिपलियामंडी में रविन्द्र सैनी की मदद से खाली किए। और गोपाल डांगी से संपर्क कर उन खाली कट्टों में 21 क्विंटल डोडाचूरा भरा गया। जो जोधपुर जाना था। आज हमने ट्रांसपोटरों के 265 कट्टे रविन्द्र सैनी के गोदाम पर रखे थे, जिन्हें बरामद किया है। अभी तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।