BIG REPORT : मध्य प्रदेश में बारिश से तबाही, इंदौर में तीन मंजिला मकान गिरा, नीमच में बाल-बाल बचे डॉक्टर, तो यहां बीजेपी नेता का बेटा लापता, इन 12 जिलों में रेड अलर्ट जारी, क्या है हालात...! पढ़े खबर
मध्य प्रदेश में बारिश से तबाही

डेस्क। मध्य प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया। शुक्रवार रात से हो रही तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। नदियां उफान पर हैं, डैमों के गेट खोलने पड़े और कई जिलों में हादसों ने हालात और गंभीर बना दिए। इंदौर के खजराना क्षेत्र के अम्मार नगर में नाले किनारे बना तीन मंजिला मकान अचानक ढह गया। मलबा फैलने से अफरा-तफरी मच गई। राहत की बात यह रही कि समय रहते लोग बाहर निकल गए थे।
राजगढ़ में कार नदी में गिरी, युवक बहा-
राजगढ़ के सारंगपुर में कालीसिंध नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा था। इसी दौरान एक कार बहाव में फंसकर पुल से नीचे गिर गई। कार में बीजेपी नेता महेश सोनी का बेटा विशाल सोनी (26) मौजूद था, जो बह गया। रातभर SDRF और पुलिस की टीमें उसकी तलाश करती रहीं, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला।
उज्जैन और श्योपुर में रेस्क्यू-
उज्जैन जिले के नंदयायी गांव में पुलिया पार करते वक्त एक कार बागेड़ी नदी में बह गई। ग्रामीणों ने ड्राइवर को बाहर निकालकर जान बचाई। श्योपुर जिले के दिमरछा गांव में प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को नाव के जरिए पुलिस ने सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया।
नीमच में बाल-बाल बचे डॉक्टर-
नीमच जिले के रतनगढ़ में स्वास्थ्य विभाग की बोलेरो कार नदी में फंस गई। गाड़ी में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजेश मीणा, डॉ. मोहन मुजाल्दे और उनका ड्राइवर मौजूद थे। तेज बहाव में गाड़ी बहने लगी, लेकिन खजूर के पेड़ से टकराकर अटक गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
डैमों के गेट खोले गए-
लगातार हो रही बारिश से कई डैम ओवरफ्लो हो गए। आगर-मालवा के कुंडालिया डैम के 8 गेट खोले गए। खंडवा के इंदिरा सागर डैम से 15 गेटों से पानी छोड़ा गया। भोपाल का बड़ा तालाब फुल हो गया, जिसके बाद भदभदा डैम के गेट खोले गए। रायसेन, उमरिया समेत कई जिलों के डैमों से भी पानी छोड़ा गया।
मौसम विभाग का अलर्ट-
मौसम विभाग ने आज उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, आगर-मालवा, झाबुआ, धार, शाजापुर, राजगढ़, गुना और श्योपुर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अगले 24 घंटे में 2.5 से 4.5 इंच तक पानी गिर सकता है। इस सीजन में 40.6 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य 37 इंच होती है। गुना (63.1 इंच), श्योपुर (55.8 इंच) और मंडला (55.8 इंच) सबसे आगे हैं। इंदौर संभाग सबसे पीछे, खरगोन में केवल 25.1 इंच बारिश दर्ज हुई है।