BIG NEWS: हड़ताल का चौथा दिन, मंदसौर में संविदाकर्मियों का धरना जारी, आज ये बैठे क्रमिक भूख हड़ताल पर, क्या आमरण अनशन की भी तैयारी...! पढ़े ये खबर
हड़ताल का चौथा दिन, मंदसौर में संविदाकर्मियों का धरना जारी, आज ये बैठे क्रमिक भूख हड़ताल पर, क्या आमरण अनशन की भी तैयारी...! पढ़े ये खबर
मंदसौर, एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आव्हान पर प्रदेश अध्यक्ष विजय ठक्कर के नेतृत्व में 18 अप्रैल से प्रदेश के 52 जिलों के 32 हजार एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल की शुरू की गई है, इस दौरान दो प्रमुख मांगों को लेकर सभी संविदाकर्मी सरकार से मांगो को पूरा करने की गुहार लगा रहे है
इसी क्रम में मंदसौर जिले के सभी संविदाकर्मी हड़ताल के चौथे दिन शनिवार को भी धरने पर रहे, जिनमे विनोद कुमार सारन, मुकेश कुमार, सुनीता गायरी और पूजा विश्वकर्मा क्रमिक भूख हड़ताल पर रहे,

गौरतलब है कि, बीती 15 दिसंबर से 3 जनवरी तक अनिश्चितकालीन हड़ताल संविदाकर्मियों द्वारा की गई थी, उस दौरान स्वास्थ्य मंत्री एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन पर हड़ताल को 1 माह के लिए स्थगित किया गया था, लेकिन 3 माह से अधिक समय होने के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया, जिससे मजबूर होकर एक बार फिर प्रदेश के 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 18 अप्रैल से क्रमिक भूख हड़ताल की शुरुआत की, लेकिन आज तक भी शासन प्रशासन की और से कोई वार्ता नही की गई, ना ही सरकार के कोई जनप्रतिनिधि द्वारा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों से मुलाकात की

क्या बोले संविदाकर्मी-
हड़ताल के दौरान संविदा कर्मियों ने कहां कि, शासन प्रशासन द्वारा एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता है, एवं लगातार वादाखिलाफी की जा रही है, जिससे कर्मचारियों में लगातार निराशा उत्पन्न हो रही है, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों दोनों प्रमुख मांगों कोई निराकरण नहीं किया गया, तो संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा और आमरण अनशन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी

यह प्रमुख मांगे-
1. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा कर्मचारियों को विभाग में रिक्त पदों पर वरिष्ठता के आधार पर नियमित किया जाए, अन्य कर्मचारियों को 5 जून 2018 को सामान प्रशासन विभाग द्वारा पारित की गई, नीति रेगुलर कर्मचारियों के समक्ष 90 प्रतिशत वेतनमान तत्काल लागू किया जाए, एवं सी एचओ कैडर को MLHP कैडर के तहत नियमित किया जाए
2. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउटसोर्स ठेका प्रथा में किए गए, सपोर्ट स्टाफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज किया जाए, अथवा विभाग के रिक्त पदों पर समायोजन किया जाए
