BIG NEWS : जिले में डायल-112 की सेवा शुरू, और नए पायलटों की नियुक्ति, अब इनकी परेशानी बड़ी, एक झटके में चली गई नौकरी, आज बुलाई बैठक, और हुई अहम चर्चाएं, क्या ये कर्मचारी उठाएंगे कोई बड़ा कदम...! पढ़े खबर

जिले में डायल-112 की सेवा शुरू

BIG NEWS : जिले में डायल-112 की सेवा शुरू, और नए पायलटों की नियुक्ति, अब इनकी परेशानी बड़ी, एक झटके में चली गई नौकरी, आज बुलाई बैठक, और हुई अहम चर्चाएं, क्या ये कर्मचारी उठाएंगे कोई बड़ा कदम...! पढ़े खबर

नीमच। मध्य प्रदेश सरकार और पुलिस मुख्यालय ने जनता की सुरक्षा और तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रदेशभर में डायल-112 सेवा की शुरूआत की है। प्रदेशभर के विभिन्न जिलों के साथ ही नीमच जिले में भी हाईटैक सुविधाओं से लैस डायल-112 वाहन पहुंचे। जिसके शुभारंभ के बाद ये सभी वाहन जनता की सुरक्षा और उन्हें तत्काल राहत पहुंचाने के लिए तैयार है। अब नई सेवा और नएं वाहनों के साथ इन्हें सड़कों पर दौड़ाने के लिए नए पायलेटों की नियुक्ति भी की गई, जिससे पूर्व में संचालित डायल-100 वाहन के पायलेटों की नौकरी पर संकट मंडरा गया, और उन्हें मानों जैसे नौकरी से बेदखल ही कर दिया हों...! 

इसी मामले को लेकर नीमच जिले में पूर्व में संचालित डायल-100 वाहन के पायलेटों ने शहर के पटवा कॉम्पलेक्स स्थित एक निजी निवास पर आवश्यक बैठक बुलाई, जहां कुछ पत्रकारों को भी न्यौता इन्होंने दिया। जहां इन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, डायल-100 में सेवा देते हुए पायलेट के रूप में इन्होंने करीब 10 साल निकाल दिएं, और डायल-112 की सेवा जब प्रदेश सरकार ने शुरू की, तो पुराने पायलेटों को नौकरी से निकाल दिया। पुराने पायलेटों ने जब नौकरी से हटाने का कारण पूछा, तो डायल-112 के डीएस गुलाम मुस्तफा अंसारी ने सभी पायलेटों को कक्षा 10वीं पास होने और उसी से संबंधित दस्तावेज जमा कराने की बात कहीं। 

पूर्व में संचालित डायल-100 के इन कर्मचारियों ने बताया कि, इन्होंने कोरोना काल सहित अन्य कई विपरित परिस्थितियों में नौकरी करते हुए जनता की सेवा की, ना घर की सोचा, ना अपने परिवार की, बावजूद इसके इन सभी को बिना किसी वैद्य कारण के नौकरी से हटा दिया गया, और भिंड, मुरैना और दत्तियां के लोगों को डायल-112 पर पायलेटिंग के लिए रखा गया, और इन सभी नएं पायलेटों की नियुक्ति भोपाल से हुई। वर्तमान में संचालित हो रही डायल-112 में एक वाहन पर महज दो पायलेट डयूटी कर रहे है, जबकि नियम के अनुसार एक वाहन पर चार पायलेट 24 घंटों के अंतराल होना चाहिएं। इस तरह से नीमच जिले में संचालित हो रहीं डायल-112 सेवा वाले कुल 16 वाहनों में महज 32 पायलेटों की ही नियुक्ति की गई है। 

इन लोगों का कहना है कि, डायल-112 के वर्तमान डीएस गुलाम मुस्तफा ने महज 10वीं की मार्कशीट के आधार पर हमे नौकरी से हटा दिया, और दुसरे जिलों के नए पायलेट को नियुक्त किया गया। जिन्हें नीमच जिले के गली-मोहल्लों और कॉलोनियों की ठीक से जानाकरी भी नहीं है। वहीं हमने जिले के हर एक कौने का चप्पा-चप्पा डायल-100 से छानमारा है। पूर्व में संचालित डायल-100 के इन सभी पायलेटों ने वर्तमान डीएस पर दस्तावेजों सहित अन्य त्रुतियां बताकर प्रताड़ित करते हुए नौकरी से निकालने के आरोप लगाएं है। इन्होंने मांग की है कि, इन्हें डायल-112 वाहन पर फिर से नियुक्ति दी जाएं, जिससे इन्हें जनता की सेवा करने का मौका मिले। 

बैठक में सुनील नायक, मदन बागड़ा, दशरथ सुथार, पवन, मुकेश सुथार, मनीष राठौर, विनोद दहाना, सुनील शर्मा, सत्तू धनगर, राकेश बगड़ी, अंतिम आचार्य, गोपाल आर्य और दिनेश ने बताया कि, ये सभी आवेदन और शिकायत करते हुए नीमच जिले के पुलिस अधिकारियों और सरकार से मांग करेंगे कि इन्हें फिर से नौकरी पर रखते हुए इनकी समस्या का समाधान किया जाएं।