BIG NEWS : कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नीमच जिले के अधिकारियों की बैठक, विभागीय प्रोजेक्ट्स के लक्ष्‍य तय कर करें पूर्ण, DM हिमांशु चन्‍द्रा ने दिए ये निर्देश, पढ़े खबर

कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नीमच जिले के अधिकारियों की बैठक

BIG NEWS : कलेक्टोरेट सभाकक्ष में नीमच जिले के अधिकारियों की बैठक, विभागीय प्रोजेक्ट्स के लक्ष्‍य तय कर करें पूर्ण, DM हिमांशु चन्‍द्रा ने दिए ये निर्देश, पढ़े खबर

नीमच। जिला कलेक्‍टर हिमांशु चंद्रा की अध्‍यक्षता में सोमवार को कलेक्‍टोरेट सभाकक्ष में सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की। जिसमे कलेक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों को प्रस्तावित विभिन्न प्रोजेक्ट के लक्ष्य तय कर समय सीमा में पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से एक-एक कर चर्चा कर उन्‍हें विभागीय लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने के लिए समय सीमा निर्धारित की बैठक में वन विभाग को 15 दिसम्‍बर तक बांस ट्रांसप्‍लांट के लिए 200 हैक्‍टयर क्षैत्र का लक्ष्‍य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

बैठक में कलेक्‍टर चन्‍द्रा ने निर्देश दिए, कि कृषि विभाग को 15 दिसम्‍बर तक 2 सोईल टेस्टिंग लैब एवं 31 दिसम्‍बर तक 15 हैप्‍पी सीडर का लक्ष्‍य पूर्ण करने की समय सीमा तय की। साथ ही 28 फरवरी 2025 तक सभी अक्रियाशील समितियों को क्रियाशील करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओं अरविंद डामोर, डिप्‍टी कलेक्‍टर चंद्रसिंह धार्वे, वनमण्‍लाधिकारी एस.के अटोदे, उंप संचालक उद्यानिकि अंतरसिह कन्‍नोजी, उप संचालक कृषि बी.एस. अर्गल अन्‍य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। 

कृषि उत्पादन आयुक्त के निर्देशानुसार कलेक्टर द्वारा जिले के लिए लक्ष्यों का निर्धारण- 

बैठक में कलेक्टर ने बांस प्लांटेशन बढाने के लिए 200 हैक्टर क्षेत्र निर्धारित किया गया। जिसे वनविभाग तथा मनरेगा के माध्यम से पूरा किया जायेगा। कृषि विभाग को निर्देशित किया गया कि वे JFARM ऍप पर जिले के कस्टम हायरिंग केंद्रों के पंजीयन का कार्य 5 दिसंबर तक पूरा करें। कृषि में मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए हैप्पी सीडर, ब्रॉड बेड प्लांटर, गार्लिक प्लांटर, मूंगफली थ्रेशर तथा मक्का थ्रेशर को बढ़ावा दिया जावे। उप संचालक कृषि को कृषि में विविधीकरण को बढ़ावा देने की योजना बनाने के भी निर्देश दिए। 

मंडी प्रतिनिधि को निर्देशित किया कि फार्म गेट ऍप का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जावे तथा संस्थागत खरीददारों के साथ एक बैठक शीघ्र ही रखी जावे। जिला प्रबंधक सहकारी बैंक को समूहों को लोन देने, कृषि यंत्रो पर लोन देने, स्ट्रीट वेंडर को भी लोन देने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही समितियों में ऋण वसूली का कार्य भी समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त सहकारिता को अक्रियाशील समितियों को चालू करने, बंद समितियों का परिसमापन करने और नई समितियों के निर्माण हेतु समय सीमा में करने के निर्देश दिए। 

उपसंचालक उद्यानिकी को PMFME योजना में 250 आवेदन बैंको में लगाने और 15 दिसंबर तक 100 प्रकरण स्वीकृत करवाने के निर्देश दिए। सब्जियों और फल क्षेत्र विस्तार कर इसे 15000 हेक्टर तक ले जाने के निर्देश दिए। अश्वगंधा का क्षेत्रफल बढाकर 3500 हेक्टेयर किये जाने के भी निर्देश दिए गए। मत्स्य विभाग को निर्देशित किया गया की 5-5 फार्म बायो फ्लॉक एवं RAS के तैयार किये जावे तथा 1 केज कल्चर इकाई लगाने का कार्य भी शीघ्र पूर्ण करें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को निर्देशित किया गया की वाटरशेड से सम्बंधित प्रोजेक्ट की सेंक्शन इसी माह में करा लिया जावे।