BIG NEWS : नारायणगढ़ क्षेत्र में नसबंदी का शिविर, दर्द से अचानक चीख उठी महिलाएं, फिर परिजनों ने किया हंगामा, मौके पर पहुंचे ये नेताजी, कार्यवाही की मांग, क्या बोले अधिकारी, पढ़े खबर

नारायणगढ़ क्षेत्र में नसबंदी का शिविर

BIG NEWS : नारायणगढ़ क्षेत्र में नसबंदी का शिविर, दर्द से अचानक चीख उठी महिलाएं, फिर परिजनों ने किया हंगामा, मौके पर पहुंचे ये नेताजी, कार्यवाही की मांग, क्या बोले अधिकारी, पढ़े खबर

रिपोर्ट- नरेंद्र राठौर 

पिपलियामंडी। नारायणगढ़ में नसबंदी शिविर में बड़ी लापरवाही सामने आई है। शिविर में चार महिलाओं के पेट पर दो बार चीरा लगाया व टांके लिए। नसबंदी से पूर्व शरीर को सुन्न भी नही किया, इस कारण महिलाएं दर्द से चीख उठी। किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द ने अस्पताल पहुंच पीड़ितों व परिजनों से चर्चा के बाद एसडीएम व बीएमओ से चर्चा कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। इधर बीएमओ ने परिजनों के आरोप का खंडन किया व कहा कि सभी महिलाएं स्वस्थ है। 

जानकारी के अनुसार, नारायणगढ़ शासकीय अस्पताल में नसबंदी शिविर में चार महिलाएं पहुंची। परिजनों ने आरोप लगाया कि, सुबह एक डॉक्टर ने चीरे लगाए व तीन टांके लगाकर कहा नसबंदी हो गई है, लेकिन वह डॉक्टर बाद में गायब हो गया। दोपहर ढ़ाई बजे एक और चिकित्सक आया और बोला कि तीन महिलाओं का चेकअप करना है, फिर अंदर ले गए और बिना सुन्न किए टांकों को काटकर फिर से नसबंदी की, जिससे महिलाएं दर्द के कारण चीख उठी। डॉक्टरों की लापरवाही पर परिजनों ने हंगामा किया व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। 

परिजनों की सूचना पर किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द भी नारायणगढ़ अस्पताल पहुंचे, पीड़ित महिलाओं व परिजनों से चर्चा के बाद मल्हारगढ़ एसडीएम रविन्द्र परमार व बीएमओ जितेन्द्र पाटीदार से परिजनों के सामने हेण्डफ्री कर मोबाइल पर चर्चा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जोकचन्द ने आरोप लगाया कि, फिल्मों में ऑपरेशन होते है, वैसे लोगों के ऑपरेशन कर जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था ठप है, मंदसौर जिला अस्पताल तक रेफर अस्पताल बना हुआ है। इस दौरान अजीत कुमठ, सुनील पाटीदार, मानसिंह चौहान, मनोहर सोनी, सुन्दरलाल परिहार, मोतीलाल पाटीदार, जगदीश धनगर, भगवतीलाल पाटीदार, देवेन्द्र परिहार आदि मौजूद थे।

आरोप गलत, एक महिला के वापस नसबंदी हुई-

बीएमओ जितेन्द्र पाटीदार का कहना है कि, आरोप गलत है, एक महिला की नस चिपक जाने से उसकी दूसरी बार नसबंदी हुई है, सभी महिलाओं की नसबंदी वापस नही हुई है। सुबह डॉक्टर अनिल पाटीदार थे, बाद में नाहरगढ़ से डॉक्टर जगदीश गेहलोत को भी बुलाया गया व नसबंदी कराई। सभी महिलाएं स्वस्थ है।