BIG NEWS : बरसात के मौसम में छत से टपकता पानी, नौनिहालों को नहीं मिलता पौष्टिक आहार, चीताखेड़ा में आंगनवाड़ी केंद्र के जर्जर हालात, आखिर जिम्मेदार कौन...! पढ़े खबर

बरसात के मौसम में छत से टपकता पानी

BIG NEWS : बरसात के मौसम में छत से टपकता पानी, नौनिहालों को नहीं मिलता पौष्टिक आहार, चीताखेड़ा में आंगनवाड़ी केंद्र के जर्जर हालात, आखिर जिम्मेदार कौन...! पढ़े खबर

रिपोर्ट- आजाद मंसूरी 

नीमच। जिले की कहने को तो सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है। चीताखेड़ा किंतु यहां आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 4 एव 5 दोनों के हालात बद से बत्तर है लंबे अर्से से आंगनवाड़ी केंद्र प्रभारी ने वरिष्ठ कार्यालय को पत्र के माध्यम से एवं मोखीक रूप से भवन की जर्जर स्थिति से अवगत कराया किन्तु समय बीतता गया और किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने इस ओर द्यान नहीं दिया। 

बरसात का मौसम शुरू हो गया और आंगनवाड़ी की छत से पानी टपकना शुरू हो गया, नौनिहालों को बैठाए तो कहा, ये समस्या आंगनवाड़ी मैडम को सताने लगी क्योंकि आंगनवाड़ी केंद्र 4 में आने वाले बच्चों की संख्या 6 महा से 3 वर्ष तक 38 बच्चों और 3वर्ष से 6वर्ष तक 37 बच्चे उपस्थित रजिस्टर में दर्ज है ऐसे में इन बच्चों को टपकती छत के नीचे कैसे बैठाया जाए,यदि बच्चों को टपकती छत के नीचे बैठाया जाए और कोई अनहोनी हो तो जवाब दार कौन , नहीं बैठाया जाए तो बच्चों को पौष्टिक आहार से वंचित रहना पड़ता है

आंगनवाड़ी में अभी तक नहीं बना शौचालय वैसे तो देखा गया है कि ग्राम पंचायत चिंताखेड़ा शासन की ओर से ओ डी एफ घोषित है आंगनवाड़ी में अभी भी शौचालय नहीं है बच्चों एव स्टाफ को शौच  के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है बरसात के मौसम में ज़हरीले जीव जंतु के काटने का डर बना रहता हैं शौचालय नहीं होने से काफ़ी दिक्कत आ रही है।- संपत बाई राठौर, आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 4 के प्रभारी, चीताखेड़ा।

आंगनवाडी केंद्र क्रमांक 5 मैं अधिक पानी टपक ने की जानकारी प्राप्त हुई जिसको बरसात के समय में केंद्र क्रमांक 6 में शिफ्ट करने के निर्देश दिये शीघ्र ही आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 4, 5  में मरम्मत करवाने के लिए वरिष्ठ कार्यालय  को अवगत करवादिया  है शोचालय को लेकर कहीं न कहीं निर्माण एजेंसी की लापरवाही हुई होगी हमारी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत होती है आंगनबाड़ी के निर्माण के समय बाउंड्री वॉल, किचन, और शौचालय प्रमुखता से डी पी आर में होता है शौचालय क्यों नहीं बन पाया यह जांच का विषय है अभी तो स्थानीय ग्राम पंचायत को इस बारे में अवगत करवा कर शौचालय बनवाया जाएगा।- सारिका केदार, सेक्टर प्रभारी महिला एवं बालविकास नीमच।