EXCLUSIVE : टायर पंचर और टुटा हुआ बंपर, पर रफ्तार बुलेट ट्रैन जैसी, नीमच में काल की तरह दिखी एम्बुलेंस, तो लोगों के छूटे पसीने, जान बचाने के लिए लगाई दौड़, फिर छुपते-छुपाते इस कौने में रुकी, क्षेत्र में हो रही चर्चा, आपके रौंगटे खड़े कर देगा ये वाक्या, पढ़े खबर
टायर पंचर और टुटा हुआ बंपर

नीमच। अस्पताल में भर्ती या अन्य मरीजों को एक से दूसरी जगह पहुंचाने में एंबुलेंस अपनी अहम भूमिका निभाती है, और आपातकालीन व्यवस्था में भी यह देव दूत बनकर काम करती है, लेकिन बीती रात एक प्रायवेट एंबुलेंस ने नीमच शहर में ऐसा उत्पाद मचाया कि, सड़कों पर टहल रहे लोग दंग रह गए, और अपनी जान बचाने के लिए सड़क से किनारे हो गए, क्योंकि इस एंबुलेंस की रफ्तार उन्हें काल के रूप में दिखाई दे रही थी। फिर कुछ ही देर में ये एंबुलेंस और इसका चालक पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया।
दरअसल, शहर में हुड़दंग मचाती इस बेलगाम एंबुलेंस (क्रमांक- एमपी.44.एलए.1549) की कहानी कैंट थाना क्षेत्र में मौजूद ग्वालटोली की बड़ी पुलिया से शुरू हुई, एंबुलेंस पुलिया के पास मौजूद मंदिर के आसपास कहीं फंस गई थी। इसका टायर पंचर था, और चालक ने जबरन उसे बाहर निकालने के प्रयास किए, फिर जैसे ही एंबुलेंस गड्डे से बाहर निकली, तो इसके चालक ने एंबुलेंस को बुलेट ट्रैन बना दिया, और स्पेंटा पेट्रोल पंप से ग्वालटोली होते हुए स्कीम नंगर- 34 में मौजूद मैकेनिक के यहां लाकर इसे क्षतिग्रस्त हालत में खड़ा कर दिया।
अब प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चालक ने एमपी.44.एलए.1549 नंबर वाली एंबुलेंस को महज थोड़ी ही दूरी में बुलेट ट्रैन बना डाला। इस बीच ना इसने राहगिरों को देखा, और ना ही सड़कों पर टहल रहे लोगों कों, एक महिला और पुरूष ने एंबुलेंस को तेज रफ्तार में दौड़ता देखा, तो ये दोनों अपनी जान बचाने के लिए दौड़ते हुए सड़क के किनारे हो गए, उन्हें लगा मानों जैसे काल सामने से आ रहा हों...!
इसी बीच शहर में तैनात कुछ पत्रकारों को मामले की जानकारी मिली, तो उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंच कर इस एम्बुलेंस का पीछा किया, तो यह एम्बुलेंस स्कीम नंबर- 34 में मौजूद मैकेनिक की दुकान पर आकर रूक गई। जब इसके चालक से पत्रकारों ने बातचीत करना चाहीं, तो ये चालक कोई जवाब भी नहीं दे पाया। देखने से यह लग रहा था कि, चालक पूरी तरह से नशे में धुत्त था, और एंबुलेंस के आगे का बंपर, फ़्रंट ग्रिल और कांच क्षतिग्रस्त हो रहे थे। साथ ही टायर भी पंचर था।
हमारे सूत्र बताते है कि, एमपी.44.एलए.1549 नंबर से रजिस्ट्रेशन वाला यह बोलेरों वाहन एक प्रायवेट एंबुलेंस है, और इसे दीपक नाम का युवक चलाता है, बीती रात भी दीपक ही इसे शहर की सड़कों पर अंधाधुन दौड़ा रहा था। गनीमत यह रही कि इस बीच कोई हादसा नहीं हुआ, इस बैलगाम एंबुलेंस से ग्वालटोली मार्ग पर घुमने वाले लोगों और राहगिरों को चोट लग सकती थी, या कोई बड़ी जनहानि भी हो सकती थी।
क्या प्रशासन करेगा कार्यवाही...?
जिला अस्पताल के सूत्र बताते है कि, दीपक कई बार इसी एंबुलेंस से मरीजों को एक से दूसरी जगह रैफर भी करता है, और मरीजों को उनके घरों तक भी छोड़ता है, लेकिन खबर यह भी है कि, शाम होते ही दीपक आएं दिन अपनी इसी एंबुलेंस को बार बना लेता है, और नशे की दुनियां में पहुंच जाता है, यदि ऐसी हालत में ये मरीजों को एंबुलेंस में एक से दुसरी जगह ले जाता है, तो किसी दिन बड़ा हादसा भी हो सकता है, प्रशासन और आरटीओं विभाग को इस एंबुलेंस के साथ जिला अस्पताल परिसर सहित शहर में संचालित हो रही अन्य एंबुलेंसों के फिटनैस और परमिट सहित अन्य दस्तावेजों की जांच करनी चाहिएं, साथ ही चालकों को भी सख्ती हिदायत देनी चाहिएं... अब सवाल यह है कि, इस घटना के बाद पुलिस, प्रशासन और आरटीओं विभाग इस तरह के हुड़दंग मचाने वाली एंबुलेंस और इनके चालकों सहित मालिकों पर कोई कठोर कार्यवाही करता है या नहीं....!