NEWS: कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने जीती जिले के किसानों की बड़ी लड़ाई, फसल बीमा से वंचित अन्नदातों के खाते में पहुंची करोड़ों की राशि, पढ़े खबर

कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने जीती जिले के किसानों की बड़ी लड़ाई, फसल बीमा से वंचित अन्नदातों के खाते में पहुंची करोड़ों की राशि, पढ़े खबर

NEWS: कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने जीती जिले के किसानों की बड़ी लड़ाई, फसल बीमा से वंचित अन्नदातों के खाते में पहुंची करोड़ों की राशि, पढ़े खबर

नीमच। हमेशा आमजन की आवाज उठाने वाले कांग्रेस नेता और नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने किसानों के हित में जो बड़ी लड़ाई शुरू की थी, उसे जीत लिया है। जिले में 2019-20 फसल बीमा मिलने से सैंकड़ों किसान वंचित रह गए थे, जिसकी लड़ाई के परिणाम में अब बीमा कंपनी ने नीमच जिले में 1141 वचिंत किसानों में से 884 किसानों के खाते में 4 करोड़ से अधिक राशि पहुंचा दी। खास बात यह है कि बाहेती बीते दो वर्ष से इस मुद्दें को उच्च स्तर पर उठा रहे थे, और मामले को बाहेती हाईकोर्ट तक ले गए थे, और सरकार व बीमा कंपनी के प्रमुख को नोटिस भी दिए थे।

गौरतलब है कि, 2019-20 में फसल बीमा कराने वाले 1141 किसानों की फसल बीमा राशि बैंकों और बीमा कंपनी की लापरवाही के कारण अटक गई थी, जिसका मामला कांग्रेस नेता और नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती के समक्ष आने पर उन्होंने किसानों के हित में इस लड़ाई को शुरू किया था। आरंभिक तौर पर बाहेती ने इस मामले में कृषि विभाग ने जानकारी जुटाई थी, जिसमें 1141 किसानों को फसल बीमा राशि नहीं मिलने का मामला सामने आया था, जिसका कारण बैंकों द्वारा समय पर किसानों की जानकारी फसल बीमा पोर्टल पर अपडेट नहीं करने की बात कही गई थी। 

जिस पर बाहेती ने तत्कालीन कलेक्टर जितेंद्र राजे से किसानों के साथ मुलाकात कर किसानों की समस्या से अवगत कराया था। राजे ने इस संबंध में कृषि विभाग के माध्यम से शासन को अवगत कराया था, और शासन के निर्देश पर फसल बीमा का पोर्टल दोबारा खोला गया था, लेकिन किसानों की जानकारी अपडेट होने के बाद भी बीमा कंपनी ने यह कहते हुए वंचित किसानों को फसल बीमा देने से इंकार कर दिया था कि, यह बैंकों की लापरवाही है। बीमा कंपनी टाईम लिमिट निकलने के बाद किसानों को बीमा लाभ नहीं दे सकती है।

इसके बाद कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने इस मामले में पुनः किसानों को साथ लेकर ज्ञापन देकर आंदोलन की चेतावनी दी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण काल के कारण यह मामला लंबित होता गया, पर बाहेती की लड़ाई जारी रही। कोरोना संक्रमण काल के बाद बाहेती ने मामले में वर्तमान कलेक्टर मयंक अग्रवाल को पूरे मामले से अवगत कराया, जिन्होंने भी इस संबंध में शासन को पत्र लिखा, पर किसानों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया। 

कुछ माह पहले बाहेती ने इस संबंध में भोपाल पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजयसिंह से मुलाकात की थी, और उन्हें बताया था कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में किसानों का शोषण हो रहा है। किसानों के खातों से बीमा प्रीमियम राशि काट ली गई, पर उन्होंने बीमा का लाभ नहीं दिया जा रहा है। नीमच जिले समेत प्रदेश में सैंकड़ों किसानों के साथ इस तरह का कुठराघात हुआ है। बाहेती ने इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री नाथ को दस्तावेज भी उपलब्ध कराए थे। 

इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजसिंह ने कृषि मंत्रालय के मुख्य सचिव अजित केसरी को पत्र लिखा था और फोन पर चर्चा की थी, जिसमें उन्होंने नीमच के किसानों का उल्लेख करते हुए तरूण बाहेती द्वारा उठाए गए किसान हितेषी मामले से मुख्य सचिव को अवगत कराया था और उचित निराकरण की मांग की थी। बाहेती के उठाए मुद्दे के लगातार सुर्खियों में बने रहने का असर यह रहा कि करीब 3 साल बाद सरकार को इस मामले में गंभीरता दिखाना पड़ी और नीमच समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में 2019 के बीमा लाभ से वंचित किसानों को फसल बीमा राहत देना पड़ी, जबकि वंचित किसान ये मान चुके थे कि उन्हें फसल बीमा वर्ष 2019-20 का फसल बीमा लाभ नहीं मिल पाएगा, लेकिन मामले में बाहेती डटे रहे और किसानों के लिए संघर्ष करते रहे और बाहेती इस मामले को लेकर हाईकोर्ट तक गए और अपने अधिवक्ता के माध्यम से सरकार व बीमा कंपनी को नोटिस  भेजे तब जाकर सरकार जागी और किसानों को उनका हक मिला।

बॉक्स- 

आरंभ में 884 किसानों को 4 करोड़ से ज्यादा की राहत

2019 में 1141 किसानों को फसल बीमा लाभ से वंचित किया था, जिनके हक की लड़ाई बाहेती ने करीब 2 वर्ष तक लड़ी, जिसका असर रहा कि सरकार ने 3 दिन पूर्व वंचित किसानों को फसल बीमा का लाभ दे दिया है। नीमच जिले में 1141 किसानों में से पहले चरण में 884 किसानों को फसल बीमा का लाभ देते हुए उनके खाते 4 करोड़ 12 लाख रूपए पहुंचाए गए हैं, जबकि शेष 257 किसानों को भी जल्द बीमा लाभ देने का आश्वासन दिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही उनके दस्तावेजों के वेरिफिकेशन कर बीमा राशि खातों में जारी की जाएगी। 

यह मेरी नहीं किसानों की जीत है- श्री बाहेती

मामले में कांग्रेस नेता और नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि, फसल बीमा वर्ष 2019 में जिन किसानों को फसल बीमा राशि से वंचित कर दिया गया था, उनकी आवाज लगातार उठाई गई। नीमच से उठे इस मुद्दें की गूंज पूरे प्रदेश में गूंजी और शिवराज सरकार को इस मामले में विपक्ष में दबाव में मजबूरन बीमा कंपनी को वंचित किसानों को बीमा राशि देने के निर्देश देना पड़े, जबकि सत्ता पक्ष में होने के बाद भी नीमच जिले के विधायकों और सांसद ने पूरे मामले से अवगत होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। 

किसानों को उनका हक मिल गया। यही मैं चाहता था, ये जीत मेरी नहीं हैं, ये जीत वंचित किसानों की है। उन्होंने कहा कि मैं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजयसिंह समेत उन सभी कांग्रेस नेताओं का आभार व्यक्त करता हुं, जिन्होंने इस लड़ाई में मेरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य हमेशा से जनता के हितों के लिए संघर्ष करना है और वो मैं करता रहुंगा।