BIG NEWS : इस अभियान में बरती लापरवाही, तो दो सचिवों पर गिरी गाज, जिला पंचायत CEO ने लिया बड़ा एक्शन, तत्काल प्रभाव से किया निलंबित, मामला मनासा क्षेत्र से जुड़ा, पढ़े खबर

इस अभियान में बरती लापरवाही

BIG NEWS : इस अभियान में बरती लापरवाही, तो दो सचिवों पर गिरी गाज, जिला पंचायत CEO ने लिया बड़ा एक्शन, तत्काल प्रभाव से किया निलंबित, मामला मनासा क्षेत्र से जुड़ा, पढ़े खबर

नीमच। प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी 'जल गंगा संवर्धन अभियान' के प्रति घोर लापरवाही और उदासीनता बरतने पर नीमच जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने एक बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। शुक्रवार को जारी आदेशों में, मनासा जनपद पंचायत की दो ग्राम पंचायतों के सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामला मनासा जनपद की ग्राम पंचायत कुड़ालिया और ग्राम पंचायत मोकड़ी से जुड़ा है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत कुड़ालिया के सचिव रामकिशन मालवीय और ग्राम पंचायत मोकड़ी के सचिव शकरसिंह चन्द्रावत को 'जल गंगा संवर्धन अभियान' के तहत अपने-अपने क्षेत्रों में खेत, तालाब और डगवेल रिचार्ज के स्वीकृत कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई थी। कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए 26 अप्रैल 2025 को एक बैठक भी आयोजित की गई थी। इसके बावजूद, एक महीने से अधिक समय बीत जाने पर भी दोनों सचिवों द्वारा इन महत्वपूर्ण जल संरक्षण कार्यों को प्रारंभ तक नहीं किया गया।

जिला पंचायत सीईओ द्वारा जारी निलंबन आदेश (क्रमांक 2644 एवं 2646) में इस कृत्य को "पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता तथा वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों/निर्देशों की अवहेलना" माना गया है। आदेश में कहा गया है कि, यह कृत्य मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम-1965 के नियम-03 के विरुद्ध कदाचरण की परिधि में आता है।

इसी के चलते, मध्य प्रदेश पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम-1966 के नियम-09 के प्रावधानों के तहत दोनों सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान दोनों का मुख्यालय जनपद पंचायत, मनासा कार्यालय में नियत किया गया है, जहाँ उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।