NEWS : उप कृषि उपज मंडी जीरन ने एमपी में मारी बाजी, इस भुगतान में प्रथम स्थान किया प्राप्त, दूर-दराज के किसान भी पहुंचने लगे यहां, पढ़े खबर
उप कृषि उपज मंडी जीरन ने एमपी में मारी बाजी

जीरन। उप कृषि उपज मंडी ने पूरे प्रदेश में सभी उप मंडियों में से सर्वाधिक कर का भुगतान कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जो कि जीरन उप मंडी को एक व्यापारीक ऊन्ती की ओर अग्रसर होने का संकेत है। मंडी के प्रशासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन होने से और किसानों को उपज का सही दाम मिलना भी एक मुख्य कारण माना जा रहा है।
किसानों को व्यापारी संग और हम्मालों के व्यवहार को लेकर किसान राजस्थान के बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी, झालावाड़ और वही प्रदेश के ताल आलोट गरोठ और भानपुरा तक के किसान लसुन और प्याज लेकर जीरन मंडी आते है। किसानों को जीरन मंडी में उचित दाम के साथ व्यापारियों का सहयोग और माल की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था कई सुविधाओं को लेकर किसान ज्यादातर जीरन मंडी की ओर आकर्षित होते हैं।
इस बार मंडी में आवक अधिक होने से अनुज्ञा बढ़ने से कर का अधिक भुगतान किया। फलस्वरूप प्रदेश में जीरन उप मंडी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। मंडी प्रशासन द्वारा निर्धारित करो के भुगतान की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है। व्यापारियों द्वारा करो के भुगतान को और सरलीकरण हो गया है, और ऑनलाइन होने के कारण बिना अनुज्ञा के उपज मंडी के बाहर नहीं जा सकता।
यह नियम-
- फसल के अच्छे दाम और मंडी प्रशासन द्वारा किसान हितेषी नियम
- उपज की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था
- उपज की नीलामी के बाद भुगतान के लिए भटकना नही पड़ता है।अधिकांश छोटे भुगतान हाथोंहाथ मंडी प्रागण में ही कर दिया जाता है।
- किसानों के साथ हम्मालों का व्यवहार और अच्छी भाषाशैली का होना।
- उपज के लिए अच्छे टिन शेड और केंटीन का भोजन के साथ पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था।
- दो करोड़ पचास लाख रुपये की लागत से मंडी प्रांगण में महत्वपूर्ण स्थान पर होगा। आरसीसी और नए टिन शेड का निर्माण किया जाना है।
- मंडी प्रशासन के लिए नवीन भवन का निर्माण।
- व्यापारियों के लिए 38 गोदाम निर्माण के लिए भूखण्ड का आवंटन किया गया और गोदाम निर्माण के लिए प्रयास किया जा रहा है।
- उप कृषि उपज मंडी जीरन अब मध्य प्रदेश की सबसे हाईटेक मंडी बनने जा रही है।
- किसानों के विश्राम के लिए कृषक विश्राम गृह का निर्माण की प्रक्रिया को पूर्ण कर दिया गया है।
- मंडी प्रांगण में बैंक के लिए प्राथमिक कार्यवाही को पूर्ण कर लिया गया है जो कि अंडर प्रोसेस है जल्दी ही मंडी प्रांगण में भी होगी बैंक।
इनका कहना-
जीरन उप मंडी प्रदेश की सबसे हाईटेक मंडी बनने जा रही है। यहाँ पर उपज की नीलामी पीओएस मशीन से होती है नीलामी उप मंडी जीरन को सालाना 30 लाख रुपये कर भुगतान से बढ़ाकर अब सालाना 60 लाख रुपये कर भुगतान कर उप मंडियों में प्रदेश की नम्बर वन उप मंडी हो गई है।- उमेश बसेड़िया, सचिव कृषि उपज मंडी नीमच।