NEWS: सामाजिक संस्थाओं को नगरपालिका का नहीं मिल रहा सहयोग, नीमच को स्वच्छता में प्रथम पायदान पर लाना हो रहा बेमानी साबित, पढ़े खबर

सामाजिक संस्थाओं को नगरपालिका का नहीं मिल रहा सहयोग, नीमच को स्वच्छता में प्रथम पायदान पर लाना हो रहा बेमानी साबित, पढ़े खबर

NEWS: सामाजिक संस्थाओं को नगरपालिका का नहीं मिल रहा सहयोग, नीमच को स्वच्छता में प्रथम पायदान पर लाना हो रहा बेमानी साबित, पढ़े खबर

नीमच।  शहर को स्वच्छ सुंदर बनाने के उद्देश्य से स्वच्छता विकास अभियान संस्था एवं संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था नीमच विगत 8 वर्षों से निरन्तर अभियान चला कर शहर को स्वच्छ सुंदर पर्यावरण युक्त प्रदुषण मुक्त बनाने हेतु संकल्पित है। संस्था सदस्यों की कड़ी मेहनत से स्वच्छता सर्वेक्षण वर्ष 2019-20 में देश के 4300 शहर की दौड़ में नीमच शहर को 47 वें पायदान पर एवं प्रदेश में टाप टेन स्थान पर आया था।

दोनों संस्था के सभी सदस्यगण नि:स्वार्थ भाव से समयदान एवं श्रमदान कर शहर को स्वच्छ,स्वस्थ बनाने में जुटे हुए, संस्था संयोजक डॉ. हरनारायण गुप्ता ने बताया कि 12 मार्च 22 को केन्द्रीय (नारकोटिक्स) सुरक्षा बल के जवानों एवं सामाजिक कार्यकर्ता पर्यावरण एवं स्वच्छता मित्रों ने नगरपालिका के कर्मचारियों की सहभागिता से एलआईसी चौराहा स्थित राधाकृष्णन मार्केट की दुकानों एवं अल्कोलाइट कालोनी के पिछे करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन प्लास्टिक डिस्पोजल पोलेथिन थेलियों, गन्दे फटे पुराने कपड़ों, शराब की खाली बोतलों एवं कबाडख़ाना, से लबरेज थी।

जहां आमजन खुले में शौच एवं मुत्रालय कर शहर को प्रदुषित कर रहे थे की साफ सफाई कर 12 ट्राली से अधिक गंदा कचरा एकत्रित किया गया था। उक्त परिसर के समीप मुख्य मार्ग पर है,  नाला है जो बेशुमार गंदगी से लबरेज पड़ा है। जिसकी सफाई12 मार्च को प्रस्तावित थी, जो नहीं हो सकी। क्षैत्र के दरोगा व्यवस्तता के कारण उक्त नाला की सफाई न कर सके, संस्था द्वारा उक्त गन्दे नाले की साफ सफाई हेतु आज दिनांक 15 मार्च 22 मंगलवार को प्रात: 8 बजे संस्था के सदस्य गण पहुंचे तो नगरपालिका नीमच का एक भी कर्मचारी मोके पर नहीं मिला, नगरपालिका के जवाबदार अधिकारीयों से मोबाइल पर सम्पर्क किया तो अधिकारियों ने बात करना भी मुनासिब नहीं समझा।

एक ओर सामाजिक संस्थाएं शहर को स्वच्छ सुंदर बनाने का प्रयास कर रही है तो दुसरी और नगरपालिका के जवाबदार अधिकारियों द्वारा सहयोग नहीं दिया जा रहा है ना ही मौके पर इन्हें आने की फुर्सत है, यदि नीमच नगरपालिका प्रशासन का यही ढर्रा रहा तो नीमच शहर स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम पायदान पर कैसे आयेगा। मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता संतोष चोपड़ा भी उपस्थित थे। नगरपालिका अधिकारियों की इस लापरवाही एवं असहयोग पर दु:ख व्यक्त करते हुए बताया कि नीमच शहर में बेशकीमती जमीनें  गंदगी से लबरेज पड़ी ह।ै जिससे शहर का वातावरण प्रदुषित हो रहा है।

संस्था महामंत्री किशोर बागड़ी ने बताया कि नगरपालिका को उक्त परिसर दोनों गेट बंद कर मंदिर परिसर की ओर गेट लगा देना चाहिए ताकि वहां फिर से कबाडख़ाना एवं गंदगी न हो, दुकानों की आड़ के कारण लोग खुले में शौच एवं मुत्रालय का उपयोग कर वातावरण प्रदुषित कर रहे। यहां एक सुंदर बगीचा भी बन सकता है, नगरपालिका चाहें तो इस बेशकीमती जमीन पर एक मल्टी मार्केट बना सकती।

जिससे नगरपालिका को लगभग 300 करोड रूपए की आय हो सकती है, जो नीमच शहर के विकास में करोड़ों की सौगात होगी। संस्था प्रवक्ता डॉ. राकेश वर्मा ने बताया कि एक घंटे तक संस्था के डॉ. हरनारायण गुप्ता, बाबूलाल गौर, जगदीश शर्मा, किशोर बागड़ी, नवीन अग्रवाल, एवं समाज सेवी संतोष चोपड़ा मोके पर उपस्थित रहकर नगरपालिका के कर्मचारियों का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई नहीं आया।

इस कारण मुख्य मार्ग की गंदगी से लबरेज पड़ा नाला अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते साफ़ नहीं हो सका, यदि नीमच शहर को स्वच्छ सुंदर पर्यावरण युक्त प्रदुषण मुक्त के साथ ही प्रथम पायदान पर लाना है तो नगरपालिका अधिकारियों को नीमच के 40 वार्डो में पहुंचकर गंदी नालियों एवं नालों की साफ सफाई करना होगी, संस्था संयोजक डॉ. हरनारायण गुप्ता ने नगरपालिका प्रशासन से मांग की है कि पूर्व में जो सहयोग नगरपालिका अधिकारियों से मिल रहा था वह अब नहीं मिल रहा है,

जिसके कारण नीमच शहर स्वच्छता में पिछड़ रहा है, जनप्रतिनिधियों को भी शहर हित में संज्ञान लेने की आवश्यकता है, नीमच शहर के चारों ओर गंदे पानी के नालों एवं नालियों की सफाई आवश्यक है, संस्था का 17 र्माच 22 को विजय टाकीज चौराहा, पारसी बावड़ी परिसर के समीप गंदगी से लबरेज नाले एवं नालियों की साफ सफाई, एवं 19 मार्च 22 को कारगिल चौराहा चौकन्ना बालाजी मंदिर के पिछे गणेश मंदिर परिसर की साफ-सफाई प्रस्तावित है, नगरपालिका अधिकारी सहयोग करें।