NEWS : जीरन से सवालिया सेठ तक पैदल यात्रा का भव्य आयोजन, 1400 यात्रियों का जत्था दर्शन के लिए निकली रवाना, आज मंडफिया में करेंगे दर्शन, पढ़े खबर
जीरन से सवालिया सेठ तक पैदल यात्रा का भव्य आयोजन

जीरन। धार्मिक नगरी जीरन से प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भगवान श्री सांवलिया सेठ की पैदल यात्रा का आयोजन किया गया है। 3 अगस्त 2025 को भगवान श्री सांवलिया सेठ की षष्ठम पैदल यात्रा जीरन नगर के प्रशिद्ध श्री समर्थ लंका विजय हनुमान मंदिर से भगवान श्री सावलिया सेठ की आरती कर प्रशाद वितरण कर जुलूस के साथ प्रारंभ किया गया जो 4 अगस्त को सांवलिया मंडफिया धाम (राजस्थान) को पहुंचेगी और भगवान श्री सवालिया सेठ के दर्शन करेंगे।
इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु पैदल-पैदल भगवान श्री सांवलिया सेठ का भजन कीर्तन करते हुए ढोल बैंड बाजो की गूंज के साथ यात्रा प्रारंभ की पैदल यात्रा का नगर में पुष्प वर्षा कर स्वगत किया गया। नगर के प्रसिद्ध बड़े गणपति मंदिर पर भगवान श्री सांवलिया सेठ की आरती कर प्रसाद वितरण किया। यात्रियों को जीरन मंडी व्यापारी संघ द्वारा स्वल्पआहार करवाया गया तो नगर के युवा समाज सेवी तरुण बाहेती द्वारा कोल्ड ड्रिंक जीरु वितरण किया गया व नगर के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सीमा चांदमल राजोरा द्वारा अपने फार्म हाउस ग्वाल तालाब होकर निकालने वाले सभी पैदल यात्रियों को चाय कॉफी भेंट कर स्वागत किया।
पैदल यात्रा ग्राम ग्वाल तालाब, कराड़िया महाराज, राबड़िया होते हुए राजस्थान की सीमा के गांव में प्रवेश किया। जगह जगह रास्ते में भक्तो को फरीहाल व फल फ्रूट,नाश्ता चाय काफी द्वारा भक्तों का स्वागत सत्कार किया। इस यात्रा का मुख्य आकर्षण श्री सांवलिया सेठ की भक्तों के हाथों से बनाई हुई शाही झांकी रही जोकि श्री सांवलिया सेठ की प्रतिमा विराजित होकर पूरी यात्रा में साथ-साथ रहेगी यात्रा में आयोजक मंडल द्वारा सभी साथ चलने वाले यात्रियों का पूर्व पंजीयन कर उनके द्वारा आईडी कार्ड वितरित कर पानी, मेडिकल दवाइयों व अन्य जरूरी चीजों की पूरी व्यवस्था के साथ यात्रा में चलने हेतु तैयारी के साथ यात्रा प्रारंभ की गई।
प्रथम दिन यात्रा प्रारंभ होकर रात्रि विश्राम राजस्थान के बंबोरी महादेव मंदिर धर्मशाला बंबोरी गांव में रहेगा वहीं पर श्री सांवलिया सेठ के भक्तों द्वारा भोजन की व्यवस्था रहेगी दूसरे दिन सुबह 5 बजे यात्रा प्रारंभ होकर श्री सांवलिया जी धाम मंडफिया गांव में पहुंचेगी वहीं पर सभी पैदल यात्री विश्राम कर भगवान श्री सांवरिया सेठ को लड्डू चूरमा का भोग लगाकर भोजन ग्रहण करेंगे और विश्राम स्थल से शाही पालकी में सवार होकर श्री सांवलिया सेठ मंदिर तक ढोल, बैंड बाजे के साथ मन्दिर परिसर में भगवान के दर्शन कर वह वापस विश्राम स्थल पर आकर सभी पैदलयात्री को बसों व अन्य साधनों द्वारा उनके गंतव्य स्थान जहा से यात्रा प्रारंभ हुई उसी स्थान तक पहुंचाया जाता है इस विशाल कार्यक्रम में हजारों भक्त भाग लेते है।
सांवलिया जी पैदल यात्रा संघ में खास बात यह है कि, इस आयोजन मंडल में ना तो कोई पदों पर पदाधिकारी निर्वाचित है। इसके बाद भी आयोजित मंडल द्वारा सांवलिया की पैदल यात्रा आसपास के आंचल में इतनी लोकप्रिय हो चुकी है की भक्तगण हर साल की संख्या में ज्यादा से ज्यादा भाग लेकर इस पैदल यात्रा को सफल बना रहे हैं वह आयोजक मंडल के सभी सदस्य तन मन और धन से इस यात्रा को सफल बनाने के लिए लगभग 1 महीने की तैयारी से जुट कर अपना अमूल्य सहयोग देते है।