ELECTION NEWS : आपणो सरपंच,ग्राम पंचायत सावन का चुनावीरण,दशरथ के ये शुभंकर,सरपंच पद की राह कर रहे आसान,जीत का मंत्र ओर जनाधार बड़ी ताकत,तो जीवन ओर दिनेश के क्या हाल,पढ़े इस खबर में
आपणो सरपंच,ग्राम पंचायत सावन का चुनावीरण,दशरथ के ये शुभंकर,सरपंच पद की राह कर रहे आसान,जीत का मंत्र ओर जनाधार बड़ी ताकत,तो जीवन ओर दिनेश के क्या हाल

नीमच-चुनाव की तारीख के नजदीक आते आते सावन ग्राम पंचायत के सरपंच पद के चुनाव अपने पुरे शबाब पर है प्रत्याशी यहां अंतिम दौर में अपना पूरा पूरा दमखम लगते हुए मदाताओ को रिझाने में लगे है,उम्मीदवारों के भी समर्थक जी जान लगा कर जीत के रास्ते को आसान बनाने के भरसक प्रयास भी करते देखे जा रहे है,
वैसे तो यहां तीनो ही प्रत्याशियों के समर्थक वोट कैसे उनके व्यक्ति को मिले इसकी जुगत बैठाने में लगे है लेकिन यहां पांडा बा के पोते दशरथ गुर्जर के साथ ये व्यक्ति साये की तरह चलते हुए यहां के मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट करने की जबरदस्त अपील करता दिखाई दे रहा है,रात हो या दिन हर समय दशरथ कैसे जीते इसकी कोशिशे की जा रही है,
दशरथ के इस साथी का नाम भारत गुर्जर उर्फ़ फौजी है जिसे इस चुनाव में एक शुभंकर की भूमिका के रूप में भी देखा जा रहा है,फौजी आर्मी से रिटायर्ड है और इनकी गांव में अपनी एक अच्छी साफसुथरी छवि भी है,ये पिछले चुनावो में पूर्व सरपंच मानसिंह गुर्जर के साथ थे और उस समय भी इन्होने अच्छी मेहनत की थी और चुनाव जीते भी थे,अब इस चुनाव में भी फौजी को उसी भूमिका में देखा जा रहा है,
फौजी को हमने शुभंकर इसीलिए बताया है की दशरथ उन्हें अपने लिए शुभ और अपना सच्चा साथी मानते है उन्होंने अपनी चुनाव की बागडोर भी इसीलिए इनके हाथो दी हुई है,इसी तरह पूर्व सरपंच मानसिंह गुर्जर भी दशरथ के लिए शुभंकर की भूमिका में है वे भी अपने सरल सहज व्यक्तित्व के चलते सरपंच का चुनाव जीत चुके है और गांव में कई कामकाज भी उनके द्वारा करवाए गए है,जिसका फायदा प्रत्याशी को मिल सकता है,
अब थोड़ी बात पंचायत चुनाव के समीकरणों पर भी कर ली जाये,यहां त्रिकोणीय मुकाबला शुरुआती दौर से ही देखने को मिल रहा है लेकिन अब जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे है मुकाबले में पहले नंबर पर दशरथ है तो दूसरे स्थान पर जीवन माली व दिनेश पाटीदार के बीच उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है,हालाँकि ग्राम पंचायत के चुनाव में सुबह कोई ऊपर तो दोपहर तक कोई और ही ऊपर आजाता है,वोटिंग के दिन तक भी पूरी तरह ये साफ नहीं हो पता है की जीत किसकी पक्की होगी,है लेकिन कोई एक तरफ़ा माहौल बन जाये तो बात अलग है जिससे की तस्वीर साफ दिखाई भी पड़ती है ,