BIG NEWS : नीमच के वार्ड क्रमांक- 10 की पार्षद मनीषा-ओम दीवान ने CM डॉक्टर मोहन यादव को लिखा पत्र, अहीर ग्वाला यादव समाज के लोगों के हक में उठाई आवाज, की ये बड़ी मांग, पढ़े खबर

अहीर ग्वाला यादव समाज के लोगों के हक में उठाई आवाज

BIG NEWS : नीमच के वार्ड क्रमांक- 10 की पार्षद मनीषा-ओम दीवान ने CM डॉक्टर मोहन यादव को लिखा पत्र, अहीर ग्वाला यादव समाज के लोगों के हक में उठाई आवाज, की ये बड़ी मांग, पढ़े खबर

नीमच। शहर के वार्ड क्रमांक- 10 की पार्षद मनीषा-ओम दीवान द्वारा प्रदेश के मुखिया डाॅक्टर मोहन यादव को एक पत्र लिखा। जिसमें नीमच नगर पालिका में कम से कम 100 बीघा जमीन पर 50 सालों से लीजधारी के रूप में काबिज अहीर ग्वाला यादव समाज के लोगों को बंगला-बगीचा फैसले के अनुरूप न्याय दिलाने का आग्रह मुख्यमंत्री डाॅक्टर मोहन यादव से किया। 

पत्र में निवेदन करते हुए बताया कि, राज्य शासन ने नीमच की बंगला-बगीचा और खेतों की पालिका की भूमियों को लेकर 2015-16 में एक केबिनेट प्रस्ताव पारित किया था। जिसके तहत बंगला-बगीचा के लीजधारियों को तो उनकी लीज पर काबिज भूमियों में एक निश्चित हिस्सा दिए जाने का प्रावधान किया गया। पर खेतों को लेकर लीजधारियों को बंगला-बगीचा धारकों को दी गई राहत के अनुरूप कोई राहत नहीं दी गई, और अब उन सभी खेतों के लीजधारियों की काबिज भूमियों को पालिका अपने कब्जे में कर रही है। इससे उन लीजधारियों के सामने निर्वहन का संकट खड़ा हो गया है। शुक्रवार को नगर पालिका के विशेष सम्मेलन में खेत नं. 11/39 के प्रकरण में उस पर विकास योजना तैयार की जाने का प्रस्ताव लाया जा रहा है।

पत्र में आगे बताया कि, नीमच में कोई 10-12 ऐसे खेत हैं, जिनमें 100 बीघा से अधिक भूमि है, और यह लगभग सभी खेत अहीर ग्वाला यादव समाज के लोग पिछले 50 वर्षों से हांक-जोतकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। खेत से जुड़ा इसी तरह का एक मामला पालिका में लाया जा रहा है। बाद में दूसरे खेतों पर भी ऐसा ही निर्णय किया जाएगा। इससे अहीर ग्वाला यादव समाज के लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। बेशक, यह भूमि पालिका की है, पर हमारा निवेदन यह है कि, खेतों के मामले में भी राज्य शासन के स्तर पर बंगला-बगीचों की तरह निर्णय किया जाए और लीजधारी अहीर ग्वाला यादव समाज के लोगों को राहत दी जाए।

पत्र में पार्षद मनीषा दीवान ने बताया कि, हम यह नहीं कह रहे कि सारी जमीन हमें दे दी जाए, पर जिस तरह बंगला-बगीचे में लीजधारियों को कुछ जमीन दिए जाने का प्रावधान किया गया है, वैसा ही प्रावधान खेतों के लीजधारियों के साथ भी किया जाए। समाज के लोग आपसे यही उम्मीद करते हैं और हमें विश्वास है आपसे हमें न्याय मिल सकेगा।