BIG NEWS : युवक की संदिग्ध मौत के मामले में हत्या का आरोप...! पुलिस ने 10 दिन बाद भी नहीं की कार्रवाई, किसान नेता के नेतृत्व में निकाली रैली, प्रतापगढ़ एसपी कार्यालय के गेट पर धरना, सौंपा ज्ञापन, पढ़े खबर
युवक की संदिग्ध मौत के मामले में हत्या का आरोप...!

रिपोर्ट- नरेंद्र राठौर
पिपलियामंडी। पिपलियामंडी थाना क्षेत्र के गांव काचरिया चन्द्रावत के युवक की केसुन्दा के निकट हुई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में छोटी सादड़ी पुलिस ने 10 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नही की। आक्रोशित ग्रामीणों व सर्व समाजजनों ने किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द्र के नेतृत्व में शुक्रवार को प्रतातपगढ़ में अम्बेडकर सर्कल से रैली निकाली जो प्रतापगढ़ एसपी कार्यालय पहुंची। यहां गेट के बाहर धरना दिया व घेराव किया। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रही। करीब 2 घंटे तक नारेबाजी कर एसपी विनीत बंसल के नाम पुलिस उप अधीक्षक गजेन्द्रसिंह को ज्ञापन सौंपा।
पुलिस अधिकारी ने आश्वासन दिया कि मामले को लेकर टीम गठित कर उचित कार्रवाई की जाएगी व जांच अधिकारी को बदलने की बात भी कही। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि एसपी गेट पर ज्ञापन लेने आए, लेकिन मौजूद पुलिस अधिकारी का कहना था प्रोटोकॉल के तहत एसपी ज्ञापन लेने नही आ सकते। इसके बाद विरोध कर रहे लोग एसपी कार्यालय गेट के बाहर ही धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की।
पुलिस उप अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में बताया कि काचरिया चन्द्रावत निवासी प्रकाश पिता सुरेश बावरी के मोबाइल पर 11 जून 2025 को शाम 6 बजे से कॉल आया था। मोबाइल पर कुछ बात करने वाला व्यक्ति प्रकाश धमकी देकर पिपलियामंडी गांधी चौराहे पर आने की बोल रहा था। जिसकी कॉल रिकार्डिंग भी सुरक्षित है। इसके बाद प्रकाश घर से चला गया। लेकिन रात्रि में 2 बजे प्रकाश के साले धामनिया थाना छोटी सादड़ी निवासी जसवंत का प्रकाश के पिता सुरेश के मोबाइल पर कॉल आया कि प्रकाश का केसुन्दा फन्टे पर पंप के पास एक्सीडेंट हो गया है, पैर टूट गया है, हम अस्पताल ले जा रहे है आप अस्पताल आओ। पिता सुरेश रात्रि को ही अस्पताल के लिए निकले और सुबह 5 बजे छोटी सादड़ी अस्पताल पहुंचे। जहां प्रकाश की मौत हो चुकी थी।
जब प्रकाश के साले से बातचीत हुई तो उसने बताया कि प्रकाश रात्रि 12 बजे आए थे और यहां से निकल गए। लेकिन हमें शंका है कि प्रकाश को पिपलियामंडी से वहां ले जाकर एक्सीडेंट का रुप देकर हत्या करवाई गई। क्योंकि कॉल रिकार्डिंग में उसे पिपलियामंडी गांधी चौराहे व पिपलियामंडी चौपाटी आने की बोला था। तो वह धामनिया कैसे पहुंचा ? प्रकाश के मोबाइल पर कॉल कर आए दिन धमकियां दी जा रही थी व दबाव बनाया जा रहा था कि तू तेरी पत्नी को छोड़ दे। धमकियों की 15 कॉल रिकार्डिंग हमारे पास सुरिक्षत है। जिसमेें कुछ लोग प्रकाश को मोबाइल पर कॉल कर धमका रहे थे और बोल रहे थे कि तेरी पत्नी को नही छोड़ेगा तो हम तूझे जान से मार देंगे। मामले में युवक के हत्यारों पर शीघ्र कार्रवाई की जाकर गिरफ्तार किया जाए। इस अवसर पर पुलिस अधिकारी को किसान नेता जोकचन्द ने एक पेन ड्राइव भी सौंपी, जिसमें करीब कॉल रिकार्डिंग है। जिसमें आरोपी मोबाइल पर कॉल कर प्रकाश को धमकियां देकर बुला रहे है व हत्या की धमकी दे रहे है।
इस अवसर पर प्रतापगढ़ जिला परिषद सदस्य किशन मीणा, प्रतापगढ़ एनएसयूआई जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल डांगी, गौतमेश्वर सरपंच उदयराम मीणा, रफीक शेख, नागूराम सूर्यवंशी के अलावा मल्हारगढ़ जनपद सदस्य प्रकाश राठौर, काचरिया चन्द्रावत सरपंच ईशु धनगर, पूर्व सरपंच श्यामलाल लकुम व बाबूलाल चौधरी, बरखेड़ापंथ पूर्व सरपंच दिनेश कारपेंटर, रीछा के पूर्व सरपंच धर्मेन्द्र धनगर, मोगिया बावरी समाज के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष भगतराम डाबी, भाजपा नेता भरत जोशी, जयेश सालवी, बंशीलाल पाटीदार, दिनेश गुप्ता, जुझारसिंह कामलिया, भरत जोशी, मनोहर सोनी, राजकुमार भाटी, महेश चोधरी, बसन्तीलाल माली, नेतराम बावरी, उदयराम मीणा, हरीश मेघवाल, देव चौधरी, कृष्णकांत माली, गोपाल पाटीदार, राजू महिवाल, रमेश मालवीय, गोपाल जोकचन्द, देवीलाल धनगर, किशोर धनगर, गोपाल धनगर, रामनिवास पाटीदार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, समाजजन व महिलाएं भी शामिल रही।