EXCLUSIVE NEWS : दिन-रात की कड़ी मेहनत, संतोष चौपड़ा का सपना साकार, अब बहू स्वाति चौपड़ा बनी नपाअध्यक्ष, मिले कुल 31 वोट, किसकी नीति आई काम, जो हुई क्रॉस वोटिंग, मिले कांग्रेस के मत, इन पांडवों की युद्ध में अहम भूमिका, पढ़े ये खास खबर
दिन-रात की कड़ी मेहनत, संतोष चौपड़ा का सपना साकार, अब बहू स्वाति चौपड़ा बनी नपाअध्यक्ष, मिले कुल 31 वोट, किसकी नीति आई काम, जो हुई क्रॉस वोटिंग, मिले कांग्रेस के मत, इन पांडवों की युद्ध में अहम भूमिका, पढ़े ये खास खबर

रिपोर्ट- अभिषेक शर्मा...
नीमच। नगर पालिका के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पदों को लेकर चुनाव सम्पन्न हो गए, कशमकश भरे इस चुनाव के दौरान भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला, और पार्षदों ने नव निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में स्वाति-गौरव चौपड़ा को चुना। वहीं उपाध्यक्ष के रूप में रंजना-करण सिंह परमार भी चुनी गई।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए मतदान की प्रक्रिया शनिवार को स्थानीय टाउन हॉल में आयोजित की गई, प्रक्रिया सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई, इस दौरान प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहें। देखते ही देखते टाउन हॉल के बाहर भाजपा और कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं का जमावड़ा भी हो गया। प्रक्रिया संपन्न होने के बाद परिणाम भी कुछ देर बाद ही सामने आ गए, पार्षदों द्वारा मतदान करने और परिणाम आने के बीच का समय काफी कशमकश भरा रहा। इसी के बाद ही नीमच के राजनीतिक गलियारों में ऐसा मौड़ आया। जिसने पूरा पासा ही पलटकर रख दिया।
पार्षदों के मतदान के बाद जो निर्णय सामने आए, उसमे नीमच नगर पालिका की नव निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में स्वाति-गौरव चौपड़ा देखने को मिली। वहीं उपाध्यक्ष के रूप में रंजना-करण परमाल को जीत मिली। इसी के बाद नगर नगर पालिका में भाजपा का परचम लहराता नजर आया। जहां एक और स्वाति चौपड़ा को कुल 31 वोट मिले, तो वहीं रंजना परमाल को कुल 27 वोट मिले।
अब स्वाति चौपड़ा नीमच नगर पालिका की बागडौर अपने हाथों में लेगी। लेकिन पार्षद पद के चुनाव से लेकर अध्यक्ष पद तक का सफर उनके लिए भी आसान नहीं था। स्वाति के ससुर संतोष चौपड़ा राजनीति में काफी लंबे समय से है। स्वाति को पहले पार्षद और फिर अध्यक्ष के रूप में देखना संतोष चौपड़ा का भी एक सपना था। जिसे उन्होंने सच किया। इसके लिए वह दिन-रात jaage, उन्होंने काफी मेहनत की, और इसी का फल उन्हें आज मिला।
शहर में चर्चा का विषय रहें इस रौमांचक चुनावी मुकाबले में एक नया मोड़ भी आया। जिसका राजनीति के किसी भी खिलाड़ी को अंदाजा तक नहीं था। पार्षदों के मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई, तो स्वाति चौपड़ा को कुल 31 वोट मिले। जब बीजेपी के कुल 23 पार्षद ही थे। अब 31 वोटों की गणित के बारे में भी हम आपकों बता देते है।
दअरसल, नीमच शहर के 40 पार्षदों में से 23 बीजेपी, 3 निर्दलीय और अन्य 14 पार्षद कांग्रेस पार्टी है। बीते दिनों तीन निर्दलीय पार्षदों के भाजपा समर्थित होने की खबरे सामने आई, इस मान से भाजपा के पाले में कुल 26 पार्षद आ गए। लेकिन आज जब मतदान हुए, तो स्वाति चौपड़ा के खाते में कुल 31 वोट गिरे। यानीं अन्य 5 वोट कांग्रेस पार्षदों ने उनके हक में दिए। जो कहीं ना कहीं संतोष चौपड़ा के कुशल प्रबंधन का एक बड़ा उदारहण है। क्योंकि वह इससे पहले भी विधानसभा या नगर पालिका चुनाव हो, वह चुनाव संचालक की भूमिका में नजर आये है, और पार्टी के लिए अच्छे परिणाम भी उन्होंने दिए है।
बताया जा रहा है कि, चुनावी घमासान के दौरान यह जो क्रॉस वोटिंग हुई है। इसके पीछे अनिल गोयल और उनकी टीम का बड़ा योगदान माना जा रहा है। अनिल गोयल और टीम पिछले कई दिनों से दिन-रात एक कर रहे थे, एक-एक पार्षद से वह संपर्क में भी थे। उनकी टीम के रिकब गोपावत, आदित्य मालू, सुनील कटारिया, विजय बाफना, अशोक मेडिकल, विनीत सेठिया सहित अन्य सदस्यों की भूमिका भी यहां अहम मानी जा रही है। और इसी टीम ने स्वाति-गौरव चौपड़ा को पार्षद से अध्यक्ष के सफर तक पहुंचाया है।
क्यों बोली नव निर्वाचित अध्यक्ष स्वाति-गौरव चौपड़ा-
चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद नीमच नगर पालिका की नव निर्वाचित अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा मीडिया से भी रूबरू हुई। चर्चा के दौरान उन्होंने कहां कि, अध्यक्ष पद पर जीत की उन्हें काफी खुशी है, यह जीत केवल उनकी की नहीं, बल्कि पार्टी, संगठन और शहरवासियों की जीत है। उन्होंने आने वाले दिनों में अपनी पहली प्राथमिकता शहर का विकास करना बताया। साथ ही उन्होंने शहर की जनता से इसी तरह से आशीर्वाद प्रदान बनाएं रखने की बात कहीं।