BIG NEWS : खाकी पर आएं दिन हो रहे हमले, अब पुलिस पेंशनर संघ में पनपा आक्रोश, नीमच जिला कलेक्टोरेट में प्रदर्शन, सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन, इनके खिलाफ कार्यवाही की मांग, पढ़े खबर
खाकी पर आएं दिन हो रहे हमले

नीमच। पुलिस पेंशनर संघ जिला इकाई के अध्यक्ष मांगीलाल पवांर के नेतृत्व में संघ के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमे संघ के सदस्यों ने बताया, कि मध्य प्रदेश में ड्यूटी के दौरान पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों पर जानलेवा हमले हो रहे है। विगत दिनों मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में एक गंभीर घटना की सूचना पर पुलिस पार्टी के पहुंची। यहां अपराधियों व उनका सहयोग करने वाले एक समुदाय ने पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमला किया। हमले में रामचरण गौतम सहायक उप निरीक्षक की निर्मम हत्या कर दी गई, और थाना प्रभारी तथा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तहसीलदार को गंभीर रूप से घायल कर दिया। अन्य पुलिस पार्टी के कर्मचारियों को भी गंभीर चोटें पहुंचाई।
बीती दिनांक- 15 मार्च 2025 को मा. उच्च न्यायालय इंदौर के सामने तुकोगंज थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति के साथ मारपीट की सूचना पर पुलिस के जवान जब उसको बचाने पहुंचते है, तो वहां विधि व्यवसायियों के एक समूह के द्वारा जवानों के साथ मारपीट की जाती है। सूचना पर थाना प्रभारी तुकोगंज एवं सीएसपी जब मौके पर पहुंचते हैं। तब तक वहां पर कानून की जानकार विधि व्यवसाययों का एक बड़ा समूह एकत्रित हो जाता है, और थाना प्रभारी सीएसपी की भी ड्रेस फाड़ दी जाती है, और उनके साथ भी गंभीर मारपीट की जाती है।
इस घटना में उल्लेखनीय तथ्य यह है कि, उल्टा पुलिस के जवानों पर कार्रवाई की जाकर उनको निलंबित कर दिया जाता है। जब भी इस प्रकार की घटना घटित होती है। तब पुलिस पर एक आरोप लगा दिया जाता है, कि पुलिस ने शराब पी रखी थी, और पुलिस को ही बदनाम किया जाकर उस पर कार्रवाई की जाती है। इसी प्रकार से ग्वालियर में भी पुलिस पार्टी के ऊपर हमला किया गया है।
सोचनीय विषय है की आए दिन इस प्रकार से सोची समझी रणनीति के तहत पुलिस पर हमले किए जा रहे हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति में किसी भी घटना होने की स्थिति में पुलिस अपना कर्तव्य निभाते हुए जान की परवाह किए बिना जनता के जान माल की रक्षा करती है और घटनास्थल पर एकत्रित भीड़ के द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत पुलिस को निशाना बनाया जाता है इसके लिए शासन को आवश्यक कदम उठाना चाहिए विधि व्यवसाययों का एक पढ़ा लिखा वर्ग है और अक्सर कर देखा गया है कि देश में पूर्व में भी इस वर्ग के द्वारा पुलिस पर हमले किए गए हैं इसके गंभीर परिणाम सामने आए है।
इस प्रकार से पुलिस के अधिकारी कर्मचारी जो अनुशासन और कानून से बंधे हुए हैं। जिनका कोई संगठन नहीं है। इसका फायदा उठाकर आए दिन इस प्रकार की घटनाओं पुलिस के साथ पुलिस के अधिकारी कर्मचारियों के साथ हो रही हैं, लेकिन अब पुलिस पेंशनर संघ मध्य प्रदेश एक सशक्त संगठन के रूप में कार्य कर रहा है और यदि पुलिस अधिकारी कर्मचारियों के साथ इसप्रकार का अन्याय होता रहा तो निश्चित रूप से पुलिस पेंशनर संघ पुलिस विभाग के साथ है और उनके साथ हो रहे हर अन्याय के लिए कड़े से कड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार है।
पुलिस पेंशनर संघ की ये-
- मऊगंज में श्री रामचंद्र गौतम सहायक उप निरीक्षक की हत्या के दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जावे।
- माननीय आपके द्वारा की गई घोषणा पर तत्काल अमल किया जाए और मृतक के परिवार के किसी सदस्य को शासकीय नौकरी दी जाए, शाहिद का दर्जा दिया जाए और एक करोड रुपए की राशि तत्काल भुगतान की जाए।
- इंदौर की घटना में निलंबित कर्मचारियों को तत्काल बहाल किया जाए और पुलिस पर हमला करने वाले अपराधियों को गिरफ्तार किया जाए।
- प्रचलित कानून के अलावा पुलिस प्रोटेक्शन के लिए कोई कड़ा कानून बनाया जाए जिसमें कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान किया जाए, शासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को पुलिस के साथ घटित इस प्रकार की घटनाओं में सहयोगात्मक रवैया अपनाना चाहिए।
- यदि उपरोक्त घटनाओं में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो पुलिस पेंशनर संघ मध्य प्रदेश का पूरे मध्य प्रदेश में कड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार है