BIG NEWS: भीम आर्मी के नीमच जिलाध्यक्ष पर झूटी गवाही देने का दबाव, जैल पहुंचने की भी धमकी, किसने बैठाया स्कॉर्पियों में, और क्यों ले गए हाईवे, बीच में आया PFI का नाम, क्या होगा PHQ का घेराव...! संगठन में आक्रोश, प्रदेश अध्यक्ष पत्रकारों से हुए रूबरू, किया ये बड़ा खुलासा...! पढ़े खबर और देखें वीडियों

भीम आर्मी के नीमच जिलाध्यक्ष पर झूटी गवाही देने का दबाव, जैल पहुंचने की भी धमकी, किसने बैठाया स्कॉर्पियों में, और क्यों ले गए हाईवे, बीच में आया PFI का नाम, क्या होगा PHQ का घेराव...! संगठन में आक्रोश, प्रदेश अध्यक्ष पत्रकारों से हुए रूबरू, किया ये बड़ा खुलासा...! पढ़े खबर और देखें वीडियों

BIG NEWS: भीम आर्मी के नीमच जिलाध्यक्ष पर झूटी गवाही देने का दबाव, जैल पहुंचने की भी धमकी, किसने बैठाया स्कॉर्पियों में, और क्यों ले गए हाईवे, बीच में आया PFI का नाम, क्या होगा PHQ का घेराव...! संगठन में आक्रोश, प्रदेश अध्यक्ष पत्रकारों से हुए रूबरू, किया ये बड़ा खुलासा...! पढ़े खबर और देखें वीडियों

नीमच। भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष को सरकार की जांच एजेसी द्वारा डराने-धमकाने और दबाव बनाते हुए गवाही देने के साथ ही झूठी प्रकरण में फंसाने की बात सामने आई है। जिसे लेकर भीम आर्मी के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया, और पूरे का खुलासा मीडिया के सामने किया गया। 

प्रेसवार्ता का यह आयोजन महू रोड़ स्थित होटल देवालय में किया। जहां भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बेरसिया, आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अस्तेय, भीम आर्मी के प्रदेश  सह संयोजक दिलावर खान, आजाद समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव नीरज चंदोसरिया, आजाद समाज पार्टी के नीमच जिलाध्यक्ष महेश मेघवाल, भीम आर्मी के नीमच जिला संयोजक विशाल मेघवाल और भीम आर्मी के नीमच जिला मुख्य प्रभारी गोविंद वाल्मिकी सहित अन्य पदाधिकारी पत्रकारों से रूबरू हुए। 

आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अस्तेय ने जानकारी देते हुए बताया कि, भीम आर्मी नीमच जिलाध्यक्ष विशाल मेघवाल को सरकार की जांच एजेंसी द्वारा डराना, दबाव बनाकर झूठे षडयंत्र ने फंसाने एवं दबाव बनाकर डराने धमकाने का काम किया गया। साथ ही उक्त अधिकारियों द्वारा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जिलाध्यक्ष मेघवाल को अपमानित किया गया। 

सरकार की जांच एजेंसी ने बिना किसी प्रकार की जानकारी के षडयंत्र पूर्वक देर रात सुनसान सड़क पर जिलाध्यक्ष मेघवाल को बुलाया, और वाहन में बैठाकर मोबाइल छीन लिया, और डरा धमकाकर अन्य पीएफआई संगठन के खिलाफ गवाही देने की बात कहीं। साथ ही यह भी कहां गया कि, अगर पीएफआई के खिलाफ जिलाध्यक्ष विशाल मेघवाल ने गवाही नहीं दी, तो अधिकारियों उसे आरोपी बनाकर जैल में डाल देंगे। 

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प्रदेश अध्यक्ष अस्तेय ने बताया कि, उक्त जांच एजेंसी के पास जिलाध्यक्ष मेघवाल के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत भी नहीं है, और बावजूद इसके उसे डराया धमकाया जा रहा है। साथ ही गाली गलौच भी की गई। जब सारे हथकंडे अपनाने के बाद भी जिलाध्यक्ष मेघवाल ने अधिकारियों की बात नहीं मानी, तो कहां कि, विशाल मेघवाल को उनके लिए काम करना पड़ेगा। जिसके चलते पीएफआई संगठन और उनके सदस्यों के साथ मेलजोल बढ़ाकर उनके द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होना और भीम आर्मी के कार्यक्रम में उन्हें शामिल करना पड़ेगा। 

इतना ही नहीं, अधिकारियों ने जिलाध्यक्ष मेघवाल से कहां कि, हम लोगों ने तुझसे जो भी पुछताछ की है। वह जानकारी तुने अगर किसी सरकारी अधिकारी, किसी वकील या तेरे संगठन भीम आर्मी के उच्च पदाधिकारीयों को दी, तो हम तुझे किसी भी आरोप में फंसाकर तुझे जेल में डाल देंगे।

प्रदेश अध्यक्ष अस्तेय ने आगे बताया कि, उक्त अधिकारीयों ने सुनसान जगह पर ही जिलाध्यक्ष मेघवाल को डराकर और दबाव बनाकर जबरन एक नोटिस पर  हस्ताक्षर करवा लिये और वह नोटिस को फिर से छीन लिया। जिसके बाद उन्होंने कहां कि, 27 अक्टूबर के बाद कभी भी हमारे अधिकारी जिलाध्यक्ष के पास पहुंचेंगे। तुझे उनके साथ भोपाल आना पड़ेगा। जहां पीएफआई के खिलाफ गवाही देनी पड़ेगी। 

इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सुनील अस्तेय सहित अन्य पदाधिकारियों ने कहां कि, उक्त अधिकारियों ने भीम आर्मी पर झूठे आरोप लगाए, और देश में बढ़ रही भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी की लोकप्रियता को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, और पार्टी को बदनाम करने के लिए जांच एजेंसी सरकार के इशारों पर भीम आर्मी और उससे जुड़े लोगों को टारगेट कर रही है। 

ऐसे में भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता यह आरोप बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। इसीलिए आगामी दिनों में पीएचक्यू का घेराव भी किया जाएगा, और जरूरत पड़ी तो सीएम हाउस का भी घेराव करने से पीछे नहीं हटेंगे।